तीज त्यौहार
ना निकालो मित्र
मन की भडास
वैस ही ज़माने मे गम
कुछ कम नहीं है
कब कुछ हो जाये
और हम से
ना निकालो मित्र
मन की भडास
वैस ही ज़माने मे गम
कुछ कम नहीं है
कब कुछ हो जाये
और हम से
ईद दिवाली
भी ना मनाई जाये
भी ना मनाई जाये
माहोल को मीठा
ईद दिवाली
ईद दिवाली
पर बनाओ
इस बार
इस बार
बिना वाद विवाद के
संस्कार कुछ मीठे
मिल कर सब दे जाओ
संस्कार कुछ मीठे
मिल कर सब दे जाओ
No comments:
Post a Comment