ना जाने कितने रिश्ते मर रहे हैं
पहन कफ़न समाज का
ना जाने कितने रिश्तों को मारा जा रहा है
पहना के कफ़न समाज का
जो सब से ज्यादा देते है दुहाई
समाज की
सब से कम देखा हें
उन्हे ही मानते नियम
समाज का
पहन कफ़न समाज का
ना जाने कितने रिश्तों को मारा जा रहा है
पहना के कफ़न समाज का
जो सब से ज्यादा देते है दुहाई
समाज की
सब से कम देखा हें
उन्हे ही मानते नियम
समाज का
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